Bhagwan Mahavir
HIGHLIGHTS
• महावीर स्वामी के बारे में जानें।
• महावीर स्वामी तप कल्याणक दिवस।
• महावीर स्वामी जन्म चैत्र शुक्ल त्रयोदशी।
ALSO READ: mahavir jayanti | महावीर जयंती कब है 2024 में?
mahavir jayanti 2024: महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के हैं। उनका जन्म राजा सिद्धार्थ तथा माता त्रिशला के यहां चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के दिन हुआ था। उन्हें वर्धमान, सन्मति, वीर, अतिवीर आदि नामों से भी जाना जाता है। जानते हैं यहां भगवान महावीर स्वामी का संक्षिप्त जीवन परिचय-
महावीर स्वामी की जीवनी
1. नाम : वर्द्धमान, सन्मति, वीर, अतिवीर, महावीर।
2. पिता का नाम : सिद्धार्थ
3. माता का नाम : त्रिशला (प्रियकारिणी)
4. वंश का नाम : ज्ञातृ क्षत्रिय वंशीय नाथ
5. गोत्र का नाम : कश्यप
6. चिह्न : सिंह
7. गर्भ तिथि : आषाढ़ शुक्ल षष्ठी (शुक्रवार 17 ई.पू. 599)
8. गर्भकाल 9 माह 7 दिन 12 घंटे।
9. जन्मतिथि : चैत्र शुक्ल-13 27 मार्च ई.पू. 598
10. दीक्षा तिथि : मगसिर कृष्णा दशमी (10)
11. कुमार काल : 28 वर्ष 7 माह, 12 दिन।
12. तप काल : 12 वर्ष, 5 मास, 15 दिन
13. देशला काल : 29 वर्ष 5 माह 20 दिन
14. कैवल्य ज्ञान प्राप्ति : वैशाख शुक्ल 10 (रविवार 23 अप्रैल ई.पू. 557)
15. ज्ञान प्राप्ति स्थान : बिहार में जृम्भिका गांव के पास ऋजुकूला नदी-तट (बिहार)
16. प्रथम देशना : श्रावण कृष्ण प्रतिपदा (शनिवार 1 जुलाई ई.पू. 557), स्थान राजगृह नगर, विपुलाचल पर्वत।
17. केवली उपदेश काल : 29 वर्ष 5 मास, 20 दिन
18. निर्वाण तिथि : लगभग 72 वर्ष की आयु में कार्तिक कृष्ण अमावस्या-30 (प्रत्यूषवेला मंगलवार 15 अक्टूबर ई.पू. 527)
19. निर्वाण भूमि : पावापुरी उद्यान (बिहार)
20. महावीर के भव : भव अर्थात पूर्वजन्म जो 34 हैं।
21. मुख्य सिद्धांत : पंच महाव्रत
22. उपदेश भाषा : अर्धमगधी, पाली, प्राकृत
23. तत्व ज्ञान : अनेकांतवाद, स्यादवाद
24. उनके समकालिन : भगवान बुद्ध
25. कुल उम्र योग : 71 वर्ष 6 माह 23 दिन 12 घंटे।
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।