‘अभिषेक’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है स्नान करना या कराना। ‘रुद्राभिषेक’ का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक।
भगवान शिव को ‘रुद्र’ कहा गया है और उनका रूप शिवलिंग में देखा जाता है। इसका अर्थ हुआ ‘शिवलिंग पर रुद्र के मंत्रों के द्वारा अभिषेक करना।’ ‘अभिषेक’ के कई रूप तथा प्रकार होते हैं। शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे श्रेष्ठ तरीका है ‘रुद्राभिषेक’ करना या फिर श्रेष्ठ ब्राह्मण विद्वानों के द्वारा करवाना। अपनी जटा में गंगा को धारण करने से भगवान शिव को जलधाराप्रिय माना गया है।
जानिए किस धारा का अभिषेक शुभ है आपकी राशि के लिए…
कैसे करें अपनी राशि अनुसार रुद्राभिषेक?
1. मेष- शहद और गन्ने का रस
2. वृषभ- दुग्ध, दही
3. मिथुन- दूर्वा से
4. कर्क- दुग्ध, शहद
5. सिंह- शहद, गन्ने के रस से
6. कन्या- दूर्वा एवं दही
7. तुला- दुग्ध, दही
8. वृश्चिक- गन्ने का रस, शहद, दुग्ध
9. धनु- दुग्ध, शहद
10. मकर- गंगा जल में गुड़ डालकर मीठे रस से
11. कुंभ- दही से
12. मीन- दुग्ध, शहद, गन्ने का रस