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लोहड़ी संक्रांति का क्या है समय?

lohri sankranti festival

Lohri Sankranti 2024: पंचांग के अनुसार यह पर्व 13 जनवरी 2024 शनिवार के दिन मनाए जाएगा, परंतु पांचांग भेद से 14 जनवरी को भी यह पर्व मनाया जा रहा है। अधिकतर मतों में यह पर्व 13 जनवरी को मनाया जा रहा है और दूसरे दिन लोहड़ी संक्रांति रहेगी। यह पर्व मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व रात्रि में मनाया जाता है। हालांकि हिंदी भाषी राज्यों में मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को रहेगी।

 

लोहड़ी संक्रांति का समय:-

लोहड़ी 14 जनवरी 2024 रविवार:-

लोहड़ी संक्रांति का क्षण- 02:54 एएम, 15 जनवरी

मकर संक्रांति 15 जनवरी 2024 सोमवार को

 

शुभ मुहूर्त : 13 जनवरी रात्रि को 06:17 से 07:37 तक।

सर्वार्थ सिद्धि योग : 13 जनवरी सुबह 07:14 से दोपहर 12:49 तक।

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क्या अर्थ है लोहड़ी का : मकर संक्रांति से पहले वाली रात को सूर्यास्त के बाद मनाया जाने वाला पंजाब प्रांत का पर्व है लोहड़ी, जिसका का अर्थ है- ल (लकड़ी)+ ओह (गोहा यानी सूखे उपले)+ ड़ी (रेवड़ी)। इस पर्व के 20-25 दिन पहले ही बच्चे ‘लोहड़ी’ के लोकगीत गा-गाकर लकड़ी और उपले इकट्ठे करते हैं। फिर इकट्‍ठी की गई सामग्री को चौराहे/मुहल्ले के किसी खुले स्थान पर आग जलाते हैं। आग के आसपास नाच गाना करके खुशी मनाते हैं।

 

पंजाब और हरियाणा राज्य में लोहड़ी की धूम रहती है। इसके अलावा जहां भी पंजाबी रहते हैं वे लोहड़ी उत्सव को बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं। लोहड़ी में गजक, रेवड़ी, मुंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्का की रोटी और सरसों का साग बनाया जाता है। लोहड़ी पर रात में अग्नि जलाकर उसमें तिल, गुड़, रेवड़ी, मूंगफली, खील, मक्की के दानों की आहुति देने की परंपरा है। इस दौरान रेवड़ी, खील, गज्जक, मक्का खाने का आनंद भी लेते हैं।

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