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Shani Jayanti Upay 2024: 6 जून को ज्येष्ठ माह की अमावस्या रहेगी। इसी दिन शनि जयंती और वट सावित्री का व्रत भी रखा जाएगा। यदि आप शनि की साढ़ेसाती, शनि की ढैया और शनि की महादशा के साथ ही शनिदेव के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो शनि जयंती के दिन मात्र 10 उपाय करें और शनि महाराज की वक्री दृष्टि से भी बचें। आओ जानते हैं कि सावधानी के साथ कौनसी हैं 10 उपाय।
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उपाय से पहले सावधानी जरूरी :
1.दांत साफ रखें।
2.झूठी गवाही से बचें।
3.शराब पीते हो तो पीना छोड़ दें।
4.जुआ सट्टा न खेंले, ब्याज का धंधा न करें।
5.पिता और पुत्र का कभी अनादर ना करें।
6.पति या पत्नी के प्रति वफादार बनकर रहें।
7.नास्तिक और नास्तिकता के विचारों से दूर रहें।
8.हमेशा सिर ढक कर ही मंदिर जाएं।
शनि के 7 उपाय :
1. छाया दान करें।
2. 108 बार हनुमान चालीसा का पढ़ें।
3. भैरव बाबा को शराब चढ़ाएं।
4 कौवे को रोटी खिलाएं।
5. अंधे, अपंगों, सेवकों और सफाइकर्मियों को खुश रखें और उन्हें दान दें।
6. शहद का सेवन करें, शहद में काले तिल मिलाकर मंदिर में दान करें या शहद को घर में हमेशा रखें।
7. तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र और जूता दान देना चाहिए।
8. शमी के वृक्ष की पूजा करें और दीप जलाएं।
9. तीन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
10. दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करें।
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