Gudi Padwa Recipes 2024
HIGHLIGHTS
* गुड़ी पड़वा के खास व्यंजन।
* गुड़ी पड़वा के दिन क्या बनता है।
* गुड़ी पड़वा विशेष रेसिपी हिन्दी में।
Gudi Padwa Recipes 2024 : भारत के अलग-अलग प्रांतों में हिंदू नववर्ष यानी गुड़ी पड़वा के पावन अवसर पर कई तरह के विशेष पकवान बनाएं जाते हैं। ये व्यंजन स्वाद में लाजवाब तो होते ही हैं, साथ ही यह त्योहार के आगमन की खुशी को दुगुना बढ़ा देते हैं। आइए यहां जानते हैं इस नववर्ष यानी गुड़ी पड़वा के दिन क्या-क्या बनाएं, जो आपके मन को खुशी का एहसास दें और परिवार में भी खुशियां बरसा दें।
जानिए गुड़ी पड़वा पर्व के 5 खास व्यंजनों की लिस्ट और उनकी व्यंजन विधियों के बारे में…
1. पूरन पोली
सामग्री : 200 ग्राम चने की दाल, 300 ग्राम आटा, 300 ग्राम शकर या गुड़, 300 ग्राम शुद्ध घी, 6-7 पिसी हुई इलायची, 2 ग्राम जायफल, 8-10 केसर के लच्छे।
विधि : सबसे पहले एक प्रेशर कुकर में चने की दाल को अच्छी तरह से धोकर, दाल से डबल पानी लेकर कम आंच पर 30 से 35 मिनट पकने दें। 2-3 सीटी लेने के बाद गैस बंद कर दें। कुकर ठंडा होने के बाद चना दाल को स्टील की छन्नी में निकाल लें ताकि उसका सारा पानी निकल जाए।
दाल जब ठंडी हो जाए, तब उसमें 300 ग्राम शकर में से 150 ग्राम शकर मिलाकर मिक्सी में पीस लें। पीसी हुई दाल के मिश्रण को एक कढ़ाई में निकालकर उसमें बची हुई 150 ग्राम शकर भी मिला दें। इस प्रकार पूरी 300 ग्राम शकर भी मिला दें। अब इस मिश्रण को कम आंच पर औटाएं यानी तब तक पकाएं, जब तक पूरन की गोली न बनने लगे। जब पूरन बन जाए तब आंच से उतार लें और ठंडा करें। ऊपर से जायफल, इलायची, केसर डालकर मिश्रण के आवश्यकतानुसार 10-12 गोले बना लें।
पूरन पोली बनाने के लिए : एक थाली में मैदे की छन्नी से छना आटा लें। उसमें 1 बड़ा चम्मच शुद्ध घी का मोयन डालकर रोटी के आटे जैसा गूंथ लें। इसकी छोटी-छोटी लोइयां बनाकर 1-1 लोई में 1-1 पूरन का गोला रखकर आटा लगाकर मोटी रोटी की तरह बेल लें। अब गरम तवे पर धीमी आंच पर शुद्ध घी लगाकर दोनों तरफ गुलाबी सेंक लें। इस प्रकार सभी पूरनपोली (पूरनपोळी) बना लें। पूरनपोली अब अच्छी ज्यादा मात्रा में घी लगाकर कढ़ी या आमटी के साथ परोसें।
नोट : आप चाहे तो शकर की जगह गुड़ भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. मैंगो श्रीखंड/ आम्रखंड
सामग्री : 500 ग्राम फ्रेश चक्का, 2 बादाम आम, 400 ग्राम चीनी, चुटकी भर मीठा पीला रंग, 5-6 केसर के लच्छे, 1 चम्मच इलायची पाउडर, मेवे की कतरन पाव कटोरी, 1 ताजे लाल गुलाब की पंखुड़ियां।
विधि : सबसे पहले श्रीखंड के चक्के में चीनी मिला कर एक-दो घंटे रख दें। आम को छिलकर उसकी प्यूरी बना लें, ध्यान रहे कि इसे गाढ़ा ही पीस लें। इसमें पानी न डालें, यदि आवश्यक हो तो कम से कम मात्रा में पानी यूज करें। चक्के में शक्कर पूरी तरह घुल जाने पर चक्के को अच्छी तरह मिलाएं और स्टील की छलनी या कॉटन के कपड़े से छान लें। साथ ही आम की प्यूरी को भी इसी में छान लें।
फिर इलायची पाउडर, केसर और मेवे की कतरन मिलाएं। मीठे रंग को एक अगल कटोरी में थोड़े-से पानी या दूध में घोल लें। यह अपनी सुविधानुसार श्रीखंड में मिलाएं। जितना गहरा रंग आप श्रीखंड का रखना चाहते है, उतना ही कलर मिलाएं। सभी को अच्छी तरह मिक्स कर लें। ऊपर से गुलाब की पंखुड़ी बुरका दें और तैयार श्रीखंड को फ्रिज में रखें। ठंडा होने पर लाजबाव मैंगो श्रीखंड का लुत्फ उठाएं।
3. नारियल बर्फी
सामग्री : 1 बड़ा गीला नारियल, डेढ़ लीटर मलाईयुक्त दूध, 200 ग्राम शक्कर का बूरा, 1/4 छोटी चम्मच केसर, 1/4 छोटी चम्मच इलायची पाउडर, कुछेक बूंद गुलाब जल, चांदी का वर्क।
विधि : नारियल बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले गीले नारियल को फोड़कर उसमें से निकले पानी को डेढ़ लीटर दूध में मिलाए और तेज आंच पर मोटे तल वाली कढ़ाई में औटाने के लिए रख दें। तत्पश्चात नारियल के टुकड़े करके मिक्सी में महीन होने तक पीस लें। इसमें शक्कर का बूरा मिलाइए। अब दूध को तेज आंच पर औटाते हुए जो मलाई की परत बनती जाए उसे कढ़ाई के चारों ओर फैलाते जाइए। इस प्रकार दूध के कई लच्छे तैयार होते जाएंगे।
आधा दूध बाकी रहने पर इसमें थोड़ा-थोड़ा करके नारियल का पेस्ट मिलाते रहिए। इसी प्रकार पूरे दूध के लच्छे तैयार करके दूध को अच्छी तरह औटा लें। फिर केसर, इलायची पाउडर, गुलाब जल डालकर आंच बंद कर दीजिए। अब एक बड़े पटिए या बड़ी परात पर पॉलीथिन बिछाकर उसके ऊपर मिश्रण रखें। फिर दूसरी पॉलीथिन इस पर रखकर हल्के हाथ से बेलन फेरिए, जब तक उसकी पतली तह न बन जाएं। अब ऊपर वाली पॉलीथिन धीरे से हटाइए। मिश्रण अच्छी तरह ठंडा होने पर अपने मनपसंद साइज में बर्फी काट लें और चांदी के वर्क से सजाकर त्योहार का आनंद लें।
4. गुलाब जामुन
सामग्री : 1 किलो खोआ/ मावा, 1 छोटा चम्मच दूध, मैदा 50 ग्राम, खाने का अरारोट 100 ग्राम, 1 किलो शकर, 1 चम्मच पिसी इलायची, 1/2 चम्मच केशर, तलने के लिए आवश्यकतानुसार।
विधि : गुलाब जामुन बनाने के लिए सबसे पहले मावे को कद्दूकस कर लें। उसमें मैदा, अरारोट मिला लें। अब हल्के हाथ से नर्म गूंथ लें। इसकी छोटे साइज की गोल-गोल गोलियां बना कर रख लें। अब शकर में एक गिलास पानी डालकर उसकी चाशनी बना लें। इसमें दूध डालकर हिलाएं और जब मैल ऊपर आ जाए तो चम्मच से हटा दें। अब इलायची और केसर मिला दें।
तत्पश्चात एक कढ़ाई में घी गरम करके मध्यम आंच पर तैयार गोलियां लाल होने तक तलें और चाशनी में छोड़ती जाएं। लीजिए लाजवाब गुलाब जामुन तैयार है। गुड़ी पड़वा के पावन पर्व पर अपनी इच्छानुसार इन्हें ठंडा या गरम सर्व करें।
5. सूजी-खोया के मालपुए
सामग्री : 500 ग्राम मैदा, 300 ग्राम दूध, 250 ग्राम रवा या सूजी, 250 ग्राम खोया, 450 ग्राम शकर, 10 ग्राम बारीक सौंफ, 50 ग्राम पिस्ता के टुकड़े, 100 ग्राम बारीक कटे बादाम, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, तलने के लिए पर्याप्त मात्रा में देसी घी, शीरा एक किलो ग्राम, पानी आवश्यकतानुसार।
विधि : एक कटोरे में खोया हाथ से गूंथ लें। अब इसमें मैदा व सूजी मिलाएं। गूंथते समय इसमें दूध डालती रहें और गाढ़े घोल की तरह धीरे-धीरे फेंटे। जब दूध डाले लें तो एक ही दिशा में फेंटें। अब गाढ़ा घोल तैयार कर लें जिसमें थोड़ी भी गांठ न बनी हो। अब बची हुई सामग्रियां (शीरा और कुछ पिस्ता) भी मिलाएं।
घोल को चार से छह घंटे तक अलग रख दें। एक पैन में घी गर्म करें। सर्विस स्पून से थोड़ी मात्रा में घोल लेकर पैन में अच्छी तरह से फैलाएं। धीमी आंच पर पकाएं जब तक किनारे से पुआ थोड़ा कुरकुरा न हो जाए। आंच से हटाकर अब उसे शीरे में दो से तीन मिनट तक रखें। पिस्ते के बचे हुए टुकड़ों की गार्निश करके गर्मागर्म लजीज मालपुए परोसें।
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