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मौनी अमावस्या पर गंगा में ही क्यों करते हैं स्नान?

Mauni Amavasya 2024 : माघ मास की अमावस्या को माघी और मौनी अमावस्या भी कहते हैं। इस बार मौनी अमावस्या की तिथि शुक्रवार, 9 फरवरी 2024 को पड़ रही है। इस दिन गंगा स्नान और पवित्र तीर्थस्थानों पर स्नान, दान का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन गंगा नदी में स्नान का खासा महत्व माना गया है और वह भी प्रयाग या हरिद्वार के संगम स्थल पर।

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गंगा स्नान का महत्व:- पुराणों में माघ माह का महत्व बताया गया है। कहते हैं कि इस माह में गंगा का जल और भी ज्यादा पवित्र हो जाता है। इस जल को अमृत समान माना जाता है। इसी नदी में अमृत कुंभ का जल गिरा था। मौनी अमावस्या के दिन ही नहीं पूरे माघ माह में प्रतिदिन गंगा में डुबकी लगाना चाहिए। प्रतिदिन गंगा स्नान का यह अनुष्ठान पौष पूर्णिमा से आरम्भ होता है तथा माघ पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है।

गंगा स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।

इस दिन व्रत रखकर मौन रहना चाहिए।

गरीब एवं भूखे व्यक्ति को भोजन कराना चाहिए।

अनाज, वस्त्र, कंबल, तिल, आंवला, पलंग, घी, तेल, जौ, गुड़, आटा आदि मंदिर में दान करना चाहिए।

गौशाला में गाय के लिए भोजन या चारे का दान अवश्य करें।

हर अमावस्या की भांति माघ अमावस्या पर भी पितरों को तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती।

 

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