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Chaitra navratri :चैत्र नवरात्रि में क्या करें, क्या न करें

वर्ष में चार नवरात्रियां होती हैं। सभी का अपना अलग महत्व है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि सामान्यजनों के जीवन को सुखी बनाने के लिए है और गुप्त नवरात्रियां विशेष साधना या सिद्धि के लिए होती हैं। 22 मार्च 2023 बुधवार को 3 शुभ योग संयोग में प्रारंभ हो रही है चैत्र नवरात्रि। चैत्र नवरात्रि का ये महापर्व 31 मार्च तक चलेगा। आओ जानते हैं कि नवरात्रि में क्या करें और क्या नहीं।

 

चैत्र नवरात्रि में क्या करें:-

इन दिनों व्रत रखने वाले को जमीन पर सोना चाहिए। व्रत करने वाले को फलाहार ही करना चाहिए।

कन्याओं को भोजन कराना चाहिए और उनकी पूजा कर उन्हें दक्षिणा देना चाहिए।

मंदिर में माता रानी को चुनरी, लाल रंगी की चूड़ी और नारियल अर्पित करना चाहिए।

व्रती को संकल्प लेना चाहिए कि हमेशा क्षमा, दया, उदारता का भाव रखेगा।

देवी का आह्वान, पूजन, विसर्जन, पाठ आदि सब प्रातःकाल में शुभ होते हैं, अतः इन्हें इसी दौरान पूरा करना चाहिए। 

नारियल, नींबू, अनार, केला, मौसमी और कटहल आदि फल तथा अन्न का भोग लगाना चाहिए।

नवरात्रि में नौ दिनों तक अखंड ज्यो‍त जलाकर रखना चाहिए।

नवरात्रि में दुर्गा सप्‍तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए।

चैत्र नवरात्रि में क्या करें और क्या न करें:-

ब्रह्मचर्य का पालन करें और स्त्री प्रसंग नहीं करना चाहिए।

इन दिनों व्रती को क्रोध, मोह, लोभ आदि दुष्प्रवृत्तियों के वश में नहीं रहना चाहिए।

यदि घटस्थापना करने के बाद सूतक हो जाएं, तो कोई दोष नहीं होता, लेकिन अगर पहले हो जाएं, तो पूजा आदि न करें।

नवरात्रि में प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।

नवरात्रि में किसी कन्या, माता या अन्य महिला का दिल नहीं दुखाना चाहिए।

नवरात्रि में शराब और मांस का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

नवरात्रि में बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए।

नवरात्रि के दौरान चमड़े से बनी वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए।

नवरात्रि में किसी भी प्रकार से गंदे कपड़े ना पहनें।