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Dharma : महाशिवरात्रि 2023 पर राशि अनुसार ऐसे करें अभिषेक, फल मिलेगा दोगुना

Mahashivratri : फाल्गुन मास की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार 18 फरवरी 2023 शनिवार के दिन मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि का उत्सव बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन शिवलिंग का महा अभिषेक किया जाता है। यदि आप अपनी राशि के अनुसार शिवजी की पूजा करेंगे तो दोगुना फल मिलेगा।

 

मेष राशि: मेष राशि के स्वामी मंगल है। मंगल का रंग लाल है और मीठी चीजें अर्पित करते हैं। ऐसे में लाल फूल और लाल चंदन के साथ ही गन्ने के रस और शहद से शिवजी का अभिषेक करें।

 

वृषभ राशि: वृषभ के स्वामी शुक्र हैं। शुक्र का रंग सफेद। ऐसे में सफेद फूल और सफेद चंदन के साथ ही दही और दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें।

 

मिथुन राशि: मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। बुध का रंग हरा है। ऐसे में भांग, धतूरा और बिल्वपत्र के साथ ही दूर्वा से भगवान शिव का अभिषेक करें।

 

कर्क राशि: कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं। चंद्रमा का रंग चमकीला सफेद है। ऐसे में सफेद फूल और भांग मिश्रित दूध और शहद मिश्रित दूध के साथ शिवजी का अभिषेक करें।

 

सिंह राशि: सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। सूर्य का रंग लाल है। ऐसे में जातकों को कनेर के लाल रंग के पुष्प के साथ ही शहद और गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए।

कन्या राशि: कन्या के स्वामी बुध हैं। बुध का रंग हरा है। ऐसे में बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि सामग्री के साथ ही दही और दूर्वा से अभिषेक करें।

 

तुला राशि: तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं। शुक्र का रंग सफेद है। ऐसे में मिश्री युक्त दूध और दही से शिवजी का अभिषेक करें।

 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं। गुलाब के फूलों व बिल्वपत्र की जड़ के साथ ही गन्ने के रस, दूध और शहद अभिषेक करें।

 

धनु राशि: धनु के स्वामी बृहस्पति हैं। इन्हें पीला रंग प्रिय है। पीले फूल के साथ शहद और दूध से अभिषेक करना चाहिए।

 

मकर राशि: मकर के स्वामी शनि हैं। शनि का रंग नीला और काला है। नीले फूल, धतूरा, भांग, अष्टगंध आदि के साथ ही गुड़ मिलाकर अभिषेक करें।

 

कुंभ राशि: कुंभ राशि के स्वामी शनि ही हैं। गन्ने के रस और दही से शिवजी के अभिषेक करना चाहिए। 

 

मीन राशि: मीन राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। पीले फूल और पंचामृत के साथ ही गन्ने का रस से अभिषेक करें।