Diwali Muhurat Trading 2024: इस बार दिवाली की तारीख को लेकर विद्वानों में मतभेद होने के कारण शेयर मार्केट में भी खास मुहूर्त ट्रेडिंग की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन था कि ये 31 अक्टूबर गुरुवार को होगी या फिर 1 नवंबर शुक्रवार 2024 को। इसको लेकर NSE ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। एनएसई और स्टॉक एक्सचेंज मार्केट में छुट्टी रहती है परंतु इस दिन शगुन के दौरान पर मुहूर्त ट्रेडिंग करते हैं।ALSO READ: Muhurat Trading: मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान क्या करते हैं और इससे किसे लाभ होता है?
बीएसई और एनएसई ने 1 नवंबर 2024 शुक्रवार के दिन को दिवाली मानकर 1 घंटे का खास मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया है। इस वर्ष संतत 20281 की शुरुआत में यह स्थितत साफ हो गई है कि मुहूर्त ट्रेडिंग शाम के 06 बजे से 07 बजे के बीच होगा। दोनों इडेक्स ने ऐलान किया है कि स्टॉक मार्केट का प्री-ओपनिंग सेशन शाम 5:45 से 6:00 बजे तक होगा। ट्रेड मोडिफिकेशन का टाइम शाम 7:10 बजे क्लोज हो जाएगा। उल्लेखनीय आम दिनों में शेयर मार्केट सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9:00 बजे से दोपहर के 3:30 तक खुलता है. 9:00 बजे से लेकर 9:15 तक प्री मार्केट सेशन होता है। इसके बाद दोपहर 3:30 बजे तक नॉर्मल सेशन होता।ALSO READ: दिवाली पर क्यों करते हैं मुहूर्त ट्रेडिंग, क्या है इसका इतिहास?
इस एक घंटे के दौरान ब्लॉक डील, प्री-ओपन सेशन, नॉर्मल सेशन, कॉल ऑक्शन और क्लोजिंग सेशन होगा. ब्लॉक डील सेशन के दौरान दो पार्टीज एक फिक्स्ड प्राइस पर सिक्योरिटी खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज को बताते हैं। प्री-ओपन सेशन के दौरान स्टॉक एक्सचेंज इक्विलिब्रियम प्राइस निर्धारित करता है। मुहूर्त ट्रेडिंग में नॉर्मल सेशन एक घंटे का होता है। इसमें अधिकांश ट्रेडिंग होती है। कॉल ऑक्शन सेशन के दौरान इलिक्विड सिक्योरिटीज का कारोबार करते हैं। क्लोजिंग सेशन के दौरान ट्रेडर/इन्वेस्टर क्लोजिंग प्राइस पर मार्केट ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण मुहूर्त ट्रेडिंग?
दिवाली पर यूं तो शेयर बाजार में छुट्टी रहती है परंतु शगुन हेतु 1 घंटा के लिए ट्रेडिंग करते हैं जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। यानी 1 घंटे के लिए शेयर बाजार विशेष समय पर खुलता है तब कुछ लोग मुहूर्त के रूप में लेन देने करते हैं। हिंदू पंचाग के अनुसार, इस दिन के कुछ 1 घंटे या जब तक शुभ मुहूर्त चलता है तब तक के लिए एक खास विंडो खुलती है जिसमें व्यापारी और निवेशक सिक्योरिटी खरीद और बेच सकते हैं। दिवाली का यह विशेष सत्र एक घंटे तक चलता है और अगले दिन बाजार बंद रहता है।
हिंदू व्यापारी वर्ग की मान्यता के अनुसार इस दिन लेखा या बहिखाता की पूजा करके पुन: इसकी शुरुआत करते हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से पूरे साल सौभाग्य और समृद्धि रहती है। उनका मानना है कि अगर वे इस दिन एक अच्छा व्यवसाय करते है तो आने वाला नया साल भी अच्छा होगा। दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय व्यापारिक वर्ग मुहूर्त ट्रेडिंग करते हैं। व्यापारियों ने इसके लिए शेयर बाजार में विशेष सत्र की व्यवस्था की।