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Raksha bandhan 2023: किस भगवान की कौन सी बहन थी?

Jai Shiv Omkara Aarti in Hindi

Raksha Bandhan 2023: देवता और भगवानों की भी कई बहनें रही हैं। शायद आपको नहीं पता होगा कि शिवजी और नाग देवताओं की भी बहनें थीं। ऐसे कई देवता हैं जिनकी बहनों के पुराणों में कई प्रसिद्ध किस्से हैं। रक्षा बंधन के इस पावन पर्व पर जानते हैं कि किस भगवान की थी कौन सी बहन क्या था उनका नाम।

 

भगवान श्री कृष्ण की बहनें 4 हैं:-

 

1. एकांगा (यह यशोदा की पुत्री थीं): उन्होंने एकांत ग्रहण कर लिया था। इन्हें यादवों की कुल देवी भी माना गया है। कुछ लोग इन्हें योगमाया भी कहते हैं।

 

2. सुभद्रा : वसुदेव की दूसरी पत्नी रोहिणी से बलराम और सुभद्र का जन्म हुआ। वेबदुनिया के शोधानुसार वसुदेव देवकी के साथ जिस समय कारागृह में बंदी थे, उस समय ये नंद के यहां रहती थीं। सुभद्रा का विवाह कृष्ण ने अपनी बुआ कुंती के पुत्र अर्जुन से किया था। जबकि बलराम दुर्योधन से करना चाहते थे।

 

3. द्रौपदी : पांडवों की पत्नी द्रौपदी हालांकि कृष्ण की बहन नहीं थी, लेकिन श्रीकृष्‍ण इसे अपनी मानस भगिनी मानते थे।

 

4. महामाया : देवकी के गर्भ से सती ने महामाया के रूप में इनके घर जन्म लिया, जो कंस के पटकने पर हाथ से छूट गई थी। कहते हैं, विन्ध्याचल में इसी देवी का निवास है। यह भी कृष्ण की बहन थीं।

 

भगवान शिव की एक बहन हैं:-

पौराणिक कथा के अनुसार जब माता पार्वती, भगवान शिव से विवाह कर कैलाश पर्वत पर आईं, तब वे कई बार उदास और अकेला महसूस करती थीं। माता ने कहा “काश मेरी कोई ननद होती”। भगवान शिव ने उनसे पूछा कि क्या ननद के साथ तुम निभा पाओगी? तो इस सवाल के जवाब में देवी पार्वती ने कहा “ननद से मेरी क्यों नहीं बनेगी? भगवान शिव ने उनसे कहा “ठीक है, मैं तुम्हें एक ननद लाकर देता हूं”। भोलेनाथ ने अपनी माया से एक स्त्री को उत्पन्न किया। भगवान शिव ने देवी पार्वती से कहा “ये लो देवी, आ गई तुम्हारी ननद, इनका नाम असावरी देवी है”। माता पार्वती अपनी ननद को देखकर बहुत खुश हुईं, वे जल्दी-जल्दी उनके लिए भोजन का प्रबंध करने लगीं।

 

शनिदेव की दो बहनें : शनिदेव की दो बहनें और एक भाई हैं। उनका नाम यमुना और भद्रा है। शनिदेव के भाई का नाम यमराज है। यमुना को पतित पावनी माना जाता है जबकि भद्रा स्वभाव से क्रोधी हैं। रक्षाबंधन और भाई दूज पर यम और यमी यानी यमुनाजी की पूजा का प्रचलन है। दोनों आपस में भाई बहन हैं। 

 

श्रीराम की बहनें : प्रभु श्रीराम के तीन भाइयों के अलावा बहनें भी थीं। बड़ी बहन का नाम शांता था। 

 

नाग देवों की बहन : नाग देवताओं की कई बहनें थी जिनमें से मनसा देवी को सभी जानते हैं।

 

सूर्यदेव की बहन : ब्रह्माजी की मानसपुत्री हैं षष्ठी देवी या छठ मैय्या सूर्यदेव की बहन हैं। इन्हें कात्यायनी नाम से भी जाना जाता है।