– तुलसी के पौधे के चारो ओर मंडप बनाएं.
– तुलसी के पौधे के ऊपर लाल चुनरी चढ़ाएं.
– तुलसी के पौधे को शृंगार की चीजें अर्पित करें.
– श्री गणेश जी पूजा और शालिग्राम का विधिवत पूजन करें.
– भगवान शालिग्राम की मूर्ति का सिंहासन हाथ में लेकर तुलसीजी की सात परिक्रमा कराएं.
– आरती के बाद विवाह में गाए जाने वाले मंगलगीत के साथ विवाहोत्सव पूर्ण किया जाता है.