Neelkanth darshan
Vijayadashami Shubh ghatna: 12 अक्टूबर 2024 को विजयादशमी यानी दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन पूरे दिन अबूझ मुहूर्त रहता है, इसका अर्थ है कि मुहूर्त देखे बगैर कोई सा भी शुभ कार्य किया जासकता है। यदि इस दिन आपके साथ 3 तरह की घटना घट जाए तो समझना की आपके साथ कुछ शुभ होने वाला है। आओ जानते हैं कि वे 3 घटनाएं कौनसी है।ALSO READ: विजयादशमी 2024: इन 5 कारणों से मनाया जाता है दशहरा का पर्व
1. नीलकंठ दर्शन:- श्रीराम ने रावण का वध करने के पूर्व नीलकंठ को देखा था। नीलकंठ को शिवजी का रूप माना जाता है। अत: दशहरे के दिन इसे देखना बहुत ही शुभ होता है। इस दिन इस पक्षी के दर्शन करने से जीवन में सुख और सौभाग्य की भी वृद्धि होती है।
2. मछली दर्शन:- दशहरे के दिन जल में तैरती मछली दिखाई देना भी शुभ माना गया है। यदि आप कहीं जा रहे हो या कहीं से आ रहे हों और मार्ग में नदी या तालाब में मछली दिख जाए तो यह अच्छा शगुन माना जाता है। इससे आपके कार्य में आ रही रुकावटें दूर होने लगेगी। मान्यता अनुसार पूरे साल आपके घर में आनंद और उत्सव का माहौल बना रहेगा।ALSO READ: घर आएगा गुड लक, दशहरा पर्व पर बनाएं ये खास 5 पकवान, अभी नोट करें
3. जयंती का आशीर्वाद:- नवरात्रि के पहले दिन यानी घटस्थापना वाले के दिन जवारे या जौ बोए जाते हैं। जब जौ से हरे पत्ते निकल आते हैं तो इसे जयंती कहते हैं। जयंती को देवी की योगिनी जया का प्रतीक माना जाता है जो सफलता प्रदान करती हैं। नवरात्र के दसवें दिन जया और विजया देवी की पूजा होती है। इन्हीं के आशीर्वाद स्वरूप जयंती को सिर पर रखा जाता है। दशहरे के दिन कोई भी आशीर्वाद के साथ जयंती सिर पर रखे तो यह शुभ होता है। इससे समृद्धि, आरोग्य और सौभाग्य प्राप्त होता है।माना गया है।ALSO READ: Dussehra date: दशहरा कब है, क्या है रावण दहन, शस्त्र पूजा और शमी पूजा का शुभ मुहूर्त?