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वर्ष 2023 में 18 मार्च, दिन शनिवार को पापमोचनी एकादशी मनाई जा रही है। अत: इस दिन श्रीहरि विष्णु के पूजन के साथ-साथ शनिदेव की प्रसन्नता के उपाय करके जीवन में मनचाही खुशी को पा सकते है।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव मिल रहे हो या किसी रोग से पीड़ित हो अथवा शनि की ढैया या साढ़ेसाती से परेशान है तो एकादशी के दिन शनिदेव के निम्न उपाय आजमाकर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
आइए जानते हैं यहां 10 खास उपाय-
1. शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए बंदरों को भुने चने खिलाएं तथा मीठी रोटी पर तेल लगाकर काले कुत्ते को खाने को दें या काले कुत्ते को भोजन कराएं।
दोनों समय भोजन में काला नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें।
2. यदि शनि की अशुभ दशा चल रही हो तो शनिवार तथा एकादशी के दिन मांस-मदिरा का सेवन न करें।
3. शनिवार के दिन काला धागा लेकर उसे माला की तरह गले में पहनें।
4. पापमोचनी एकादशी के दिन शमी के पौधे के पास आटे का दीपक जलाएं, दीया जलाते समय उसमें कपूर और हल्दी डालें।
5. शनिवार को सूर्योदय से पूर्व वट-पीपल के वृक्ष पर कच्चा दूध अर्पित करके कड़वे तेल का दीया जलाएं।
6. शनि के दुष्प्रभाव दूर करने के लिए शनिवार के दिन काली गाय की सेवा करें, पहली रोटी गौ माता को खिलाएं।
7. इस दिन श्री विष्णु के खास मंत्र तथा शनि के मंत्र और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
8. यदि साढ़ेसाती से परेशान हैं तो शनिवार के दिन आने वाली एकादशी के दिन अंधेरा होने के बाद पीपल वृक्ष पर मीठा जल अर्पित करके सरसों के तेल का दीया और अगरबत्ती लगाएं और वहीं बैठकर हनुमान चालीसा तथा शनि चालीसा का पाठ करके पीपल की 7 परिक्रमा करें।
9. शनिवार के दिन कांसे के कटोरे को सरसों के तेल से भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर छाया दान करें।
10. पापमोचनी एकादशी के दिन प्रात: मीठा दूध पीपल वृक्ष की जड़ में चढ़ाएं तथा तेल का दीपक लेकर पश्चिम की ओर बत्ती करके लगाएं और मंत्र- ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ पढ़ते हुए प्रत्येक परिक्रमा पर 1-1 दाना मीठी नुक्ती चढ़ाएं। कम से कम ग्यारह परिक्रमा करके तत्पश्चात शनि देवता से कृपा प्राप्ति की प्रार्थना करें।
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Ekadashi Vishnu Worship
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